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क्या आपको पता है कि किडनी की बीमारी को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है? 

जी हां कई बार ऐसा होता है कि कुछ लोगों में किडनी खराब होने के शुरूआती लक्षण नहीं देखने को मिलते, 

जिसके चलते धीरे-धीरे उनकी किडनी डैमेज होती चली जाती है और शायद यही कारण है कि किडनी को साइलेंट किलर कहा जाता है। 
हालांकि ऐसा भी नहीं कि किडनी खराब होने के लक्षण को नहीं पहचाना जा सकता, यदि शरीर में होने वाले लक्षणों को सही से समझा जाए, तो काफी आसानी से किडनी खराब होने के लक्षण का पता लगाया जा सकता है। 

किडनी खराब होने के लक्षण को समझना इसलिए भी important है, क्योंकि किडनी हमारे शरीर की सबसे IMPORTANT अंगों में से एक है और यदि इसमें कुछ खराबी आ जाए, तो मानों पूरा का पूरा शरीर ही ठप पड़ जाता है। 

इसीलिए सही समय पर किडनी खराब होने के लक्षण को पहचानकर उसका इलाज करवाना बेहद जरूरी है। 
तो चलिए आज के इस ब्लॉग में हम किडनी खराब होने लक्षण को जानेंगे और आपको बताएंगे कि किडनी डैमेज होने के लक्षण कौन-कौन से होते हैं?

किडनी खराब होने के संकेत

पहला लक्षण - शरीर के कई हिस्सों में सूजन का होना

किडनी खराब होने के लक्षण

 

किडनी खराब होने के लक्षण में सबसे पहले नंबर पर आता है सूजन। अगर किसी इंसान की किडनी खऱाब होती है, तो उसके शरीर में सूजन हो सकता है। ये सूजन चेहरे के आसपास वाले हिस्से में भी हो सकता है और कई बार पैरों हाथों और शरीर के अन्य हिस्सों पर भी दिखाई दे सकता है। 

किडनी के खराब होने पर शरीर में नमक और पानी इकट्ठा होने लगता है, जिसके चलते शरीर के कई हिस्सों में sweling आ जाती है।

दूसरा लक्षण - थकान और कमजोरी

किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी खराब होने के लक्षण में थकान और कमजोरी भी एक आम समस्या है। जब किडनी खराब होती है तब शरीर में थकान और कमजोरी कॉमन समस्या बन जाती है, क्योंकि किडनी के खराब होने पर अपशिष्ट पदार्थ शरीर से बाहर नहीं निकल पाते और शरीर में ही जमा होकर इंसान को कमजोर बना देते हैं। बता दें कि किडनी के खराब होने पर एनिमिया की समस्या हो जाती है, जिससे टिश्यू तक ऑक्सीजन नही पहुंच पाता और मरीज खुद के शरीर में कमजोरी महसूस करने लगता है।

तीसरा लक्षण - भूख में कमी

किडनी खराब होने के लक्षण

अगर आपको भी कई दिनों से भूख ना लगने की शिकायत है और आपके जीभ का स्वाद भी बदल चुका है, तो ये संकेत आपकी किडनी की खराबी के लक्षण हो सकते हैं।

ऐसे में आपको अपनी किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए।

चौथा लक्षण - पीठ और पेट के निचले हिस्से में दर्द

किडनी खराब होने के लक्षण

ये किडनी खराबी का एक ऐसा लक्षण है, जिसे ज्यादातर लोग नजरअंदाज कर देते हैं, क्योंकि लोगों को लगता है कि पीठ दर्द एक नार्मल समस्या है और इसी चक्कर में लोगों की किडनी डैमेज होती चली जाती है। 

अगर आपको भी कई दिनों से पीठ दर्द या फिर पेट के निचले हिस्से में दर्द हो रहा है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए और लैब में जाकर अपनी किडनी की जांच करवानी चाहिए। 

पांचवा लक्षण - सांस लेने में कठिनाई का होना 

किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी खराब होने के लक्षण में सांस लेने में कठिनाई भी शामिल है, क्योंकि जब किडनी की कार्यप्रणाली सही से काम नहीं करती, तब फेफड़ों में तरल पदार्थ जमा हो जाता है, जिसके चलते सांस लेने में कठिनाई होने लगती है। 

तो आपको इसे भी ignore नहीं करना चाहिए।

छटा लक्षण - पेशाब से जुड़ी परेशानी का होना 

किडनी खराब होने के लक्षण

पेशाब में जलन, पेशाब करने में खून आना और पेशाब करते समय दर्द का होना। ये सारी समस्याएं भी किडनी खराब होने के लक्षण ही हैं, क्योंकि ये सभी समस्याएं आमतौर पर तब होती हैं जब किसी इंसान की किडनी सही से काम नहीं कर रही होती। बता दें कि कई बार कुछ मरीजों में ऐसा भी होता है कि यूरिन के रास्ते प्रोटीन निकलने लगता है और इस स्थिती को proteinuria या protein loss कहा जाता है। 

यूरिन से प्रोटीन निकलने पर मरीज का पेशाब झागदार हो जाता है और कई बार पेशाब से दुर्गन्ध भी आती है। 

हालांकि यूरिन से जुड़ी परेशानी होने के अन्य कारण भी हो सकते हैं। मगर किडनी खराब होने के लक्षण में इस संकेत को सबसे बड़ा माना जाता है। 

इसीलिए पेशाब से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या में आपको अपनी किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए। 

 

सातवां लक्षण - मतली और उल्टी

मतली और उल्टी - किडनी खराब होने के लक्षण

जैसा कि हमने आपको पहले ही बताया कि जब किडनी खराब होती है तब वो अपशिष्ट पदार्थ को फिल्टर नहीं कर पाती, जिससे खून में अपशिष्ट उत्पाद जमा होने लगता है, जिससे मरीज को उल्टी और मतली जैसी समस्याएं आने लगती हैं।

आठवां लक्षण - वजन का घटना

किडनी खराब होने के लक्षण

किडनी खराब होने के लक्षण में आप वजन में गिरावट को भी शामिल कर लीजिए, क्योंकि कई किडनी मरीजों को आपने देखा होगा कि उनकी बॉडी पहले जितनी हेल्दी नहीं रहती, उनका वजन दिन प्रतिदिन गिरता चला जाता है। ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि किडनी के खराब होने पर यूरिन के रास्ते प्रोटीन का लॉस होने लगता है और जब बॉडी से लगातार प्रोटीन का बहाव होता है, तब मरीज का वजन भी गिरता चला जाता है। 

तो इस कंडीशन में भी आपको अपनी किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए। 

तो ये हैं 8 ऐसे किडनी खराब होने के लक्षण, जिन्हें आपको बिल्कुल भी इग्नोर नहीं करना चाहिए। 

अगर आपको शरीर में ये सारे लक्षण या फिर इनमें से कोई दो या फिर तीन लक्षण भी दिखाई दे रहे हैं, तो आपको तुरंत ही अपनी किडनी की जांच जरूर करवानी चाहिए।

 

किडनी की बीमारी से बचाव 

1.शरीर को हाइड्रेटेड रखें 

कई लोगों की आदत होती है कि वे पानी कम पीते हैं, जिससे उनकी बॉडी अच्छे से हाइड्रेट नहीं हो पाती, जिससे उनकी किडनी पर दबाव पड़ता है। 

किडनी को हेल्दी रखने के लिए आपको कम से कम 8 से 10 गिलास पानी जरूर पीना चाहिए। 

 

2. ब्लड प्रेशर और डायबिटीज लेवल को मेंटेन रखें 

किडनी को हेल्दी रखना है तो आपको अपना बल्ड प्रेशर लेवल और डायबिटीज लेवल कंट्रोल रखना होगा, क्योंकि जब ये दोनों समस्याएं शरीर में लंबे समय तक बनी रहती हैं, तो इससे किडनी पर काफी बुरा प्रभाव पड़ता है और कई बार किडनी फेल होने की नौबत तक आ जाती है।

3. खाने में हरी पत्तेदार सब्जियों को शामिल करें 

हरी पत्तेदार सब्जियां जिस तरह खाने में मजेदार लगती हैं, उसी तरह ये कई सारे पोषक तत्वों से भरपूर भी होती हैं। हरी पत्तेदार सब्जियों में विटामिन a, विटामिन b, विटामिन c, विटामिन d, विटामिन e, आयरन, जिंक, फोलिक एसिड होते हैं, साथ ही इनमें एंटीऑक्सीडेंट गुण भी पाए जाते हैं।

निष्कर्ष

तो दोस्तों जैसा कि आपने जाना किडनी खराब होने के लक्षण और उपाय के बारे में कि किडनी खराब होने के लक्षण कौन-कौन से होते हैं और किन-किन चीजों के सेवन से आपकी किडनी हेल्दी बनी रहती है। शरीर में सूजन का होना, पेशाब में झाग आना, पेशाब में खून आना, पेशाब करते समय दर्द होना, मतली और उल्टी होना, पीठ वाले हिस्से में दर्द होने। ये सारे संकेत इस ओर इशारा करते हैं कि शायद आपकी किडनी में कुछ दिक्कत है और आपको सतर्क होने की जरूरत है। इसीलिए इन लक्षणों को आप बिल्कुल भी नजरअंदाज ना करें और सही समय पर अपने डॉक्टर से भी जरूर मिलें। किडनी को हेल्दी रखने के लिए आप अच्छी नींद लें, रोजाना कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पिएं, योग करें और डाइट में हरी पत्तेदार सब्जियो और फलों को शामिल करें। 

 

अगर आप किडनी से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या से परेशान हैं, तो आप हमारे अस्पताल कर्मा आयुर्वेदा में संपर्क कर सकते हैं, जहां हम आपको बेहतर इलाज के साथ-साथ अच्छी सुविधा भी प्रदान करेंगे।

 

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