यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय

शरीर के लिए प्रोटीन बेहद जरूरी होता है। शरीर में मौजूद प्रोटीन कई तरह के काम करता है जैसे कि इंफेक्शन की रोकथाम, खून में द्रव की मात्रा का नियंत्रण, हड्डियों और मांसपेशियों का निर्माण करना आदि। जब किडनी सही से काम नहीं करती है, तो यूरिन में प्रोटीन आना शुरू हो जाता है। इस कंडीशन को प्रोटीन्यूरिया भी कहते हैं। यूरिन में प्रोटीन आना इस बात का संकेत होता है कि हमारी किडनी खराब हो रही है। ऐसे में जरूरी है कि यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय की मदद से इस समस्या का इलाज कर लिया जाए। ऐसे में चलिए जान लेते हैं कि यूरिन में प्रोटीन आने के कारण, लक्षण और उपाय क्या हैं -      

यूरिन में प्रोटीन आने के लक्षण

यूरिन में प्रोटीन आना अचानक से शुरू नहीं होता, बल्कि इससे पहले हमारे शरीर को कई लक्षण महसूस हो जाते हैं, लेकिन बता दें कि यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय की मदद से इस पर काबू पाया जा सकता है। ऐसे में आइए पहले उन लक्षणों के बारे में जानते हैं -    

1) पेट में सूजन आना 
2) भूख कम लगना 
3) मतली और उल्टी
4) सांस फूलना 
5) कमजोरी और थकान होना 
6) बार-बार यूरिन आना
7)
पेशाब में झाग आना 

यूरिन में प्रोटीन आने के कारण

यूरिन में प्रोटीन आने का संबंध किडनी से जुड़ी बीमारियों से ही होता है, जिसके चलते किडनी सही से काम नहीं कर पाती है, लेकिन परेशान होने की बात नहीं है, क्योंकि यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। तो चलिए पहले जान लेते हैं कि आखिर यूरिन में प्रोटीन आने के मुख्य कारण क्या हैं - 

1) बुखार 
2) तनाव 
3) शरीर में पानी की कमी होना 
4)
किडनी में इंफेक्शन 
5) दिल से जुड़ी बीमारियां
6) हाई ब्लड प्रेशऱ

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय

यूरिन में प्रोटीन आना गंभीर समस्या माना जाता है। ऐसे में यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय आपकी मदद कर सकते हैं। ये घरेलू उपाय आपकी इस समस्या पर काबू पाने में मदद कर सकते हैं। 

1) पानी पिएं

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - पानी पिएं

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय में ज्यादा से ज्यादा पानी पीना शामिल है। वैसे तो ये हर मरीज पर अलग-अलग तरह से निर्भर करता है। ऐसे में आपको जब भी ड्राइनेस महसूस हो, तो आप ज्यादा से ज्यादा पानी पीने की कोशिश करें। 

2) योग करे

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - योग करे

रोजाना योग और ब्रीथिंग एक्सरसाइज करना पेशाब में प्रोटीन रोकने के घरेलू उपाय में शामिल है। इसे करने से न सिर्फ प्रोटीन्यूरिया की समस्या में आराम मिल सकता है, बल्कि हाई ब्लड प्रेशर की समस्या भी दूर हो सकती है। 

3) फल खाएं

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - फल खाएं

किडनी को हेल्दी के लिए फलों को डेली रूटीन का हिस्सा बनाना जरूरी है। अगर आपको किडनी में किसी तरह की बीमारी नहीं है, तो आप कोई भी फल खा सकते हैं, लेकिन किडनी में प्रॉब्लम होने पर एसिडिक फलों से दूर रहें। फलों को खाना यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय में से एक माना जाता है।

4) नमक कम लें

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - नमक कम लें

नमक ज्यादा खाने से न सिर्फ ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है, बल्कि किडनी भी डैमेज हो सकती है। इससे यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या भी बढ़ जाती है, क्योंकि जो लोग ज्यादा नमक खाते हैं, उनकी किडनी सही से फिल्टर नहीं कर पाती। ऐसे में कम नमक लेना यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय में से एक गिना जा सकता है। 

5) फाइबर ज्यादा लें

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - फाइबर ज्यादा लें

फाइबर ज्यादा मात्रा में लेना यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय में शामिल है, क्योंकि फाइबर को इनडाइजेस्टिबल कार्बोहाइड्रेट माना जाता है। फाइबर ज्यादातर फलों और सब्जियों में पाया जाता है। ये इंटेस्टाइन में भी ज्यादा देर तक रहता है। इससे न सिर्फ ब्लड शुगर कंट्रोल होता है, बल्कि यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या भी कम हो सकती है।

6) जीवनशैली सही रखें

यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय - जीवनशैली सही रखें

जिन लोगों को यूरिन में प्रोटीन आने की समस्या है, उन्हें अपने लाइफस्टाइल को अच्छा रखना चाहिए। उन लोगों को लाइफस्टाइल या डाइट से जुड़ी बातों का विशेष रूप से ध्यान रखना चाहिए। ऐसे में डाइट से जुड़ी लापरवाही भी नहीं बरतनी चाहिए वरना कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। जीवनशैली को सही रखना यूरिन में प्रोटीन रोकने के उपाय में से एक है।  

तो जैसा कि आपने जाना कि मूत्र में प्रोटीन रोकने के उपाय क्या हैं? ऐसे में इन उपायों को अपनाने से पहले आप एक बार अपने डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें।

निष्कर्ष

अगर आपको भी किडनी या किडनी के रोग से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या है, तो आप अपना इलाज कर्मा आयुर्वेदा में आकर करवा सकते हैं। यहां पर सन् 1937 से किडनी रोगियों का इलाज किया जा रहा है और हाल ही में इसे डॉ. पुनीत धवन संभाल रहे हैं। डॉ. पुनीत न सिर्फ भारत में, बल्कि पूरी दुनिया में किडनी की बीमारी से जूझ रहे रोगियों का इलाज कर रहे हैं, क्योंकि आयुर्वेद में प्राकृतिक जड़ी-बूटियों का इस्तेमाल किया जाता है। कर्मा आयुर्वेदा डायलिसिस या किडनी ट्रांसप्लांट के बिना ही भारतीय आयुर्वेद के सहारे किडनी फेल्योर का इलाज कर रहा है।

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